Myth: इंदिरा हो या उमा जो नर्मदा के ऊपर उड़ा, सत्ता गई; अब आ रहे हैं मोदी
नर्मदा सेवा यात्रा के समापन मौके पर 15 मई को अमरकंटक पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब सीधे हेलीकाप्टर से अमरकंटक उतरने की बजाए डिंडौरी जिले में उतरेंगे। वहां से वे सड़क मार्ग से अमरकंटक जाएंगे। इस बदलाव के पीछे एक मिथक की अटकलें बताई जा रही हैं। क्या है वह मिथक जिसने पीएम का प्रोग्राम बदला...
-बताया जा रहा है कि कोई भी, मुख्यमंत्री, नेता या मंत्री आदि सीधे अमरकंटक के क्षेत्र में आसमान में उड़ान नहीं भरते। माना जाता है कि जिसने भी मां नर्मदा को लांघा है, उसे अपनी सत्ता गंवानी पढ़ी है।
-भाजपा के ही कुछ नेताओं का मानना है कि जो भी ऐसा करता है उसका पद नहीं रहता।
-सत्ता गंवाने वालों में तात्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के अलावा एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, मोतीलाल बोरा, उमा भारती, सुंदरलाल पटवा, श्यामाचरण शुक्ल, केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व राष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत,
8 किमी के रेडियस में जो भी हेलीकाप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई
-अमरकंटक के बारे में ये माना जाता है कि नर्मदा के उद्गम स्थल के 8 किमी के रेडियस में जो भी हेलीकाप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई।
-अमरकंटक के बारे में ये माना जाता है कि नर्मदा के उद्गम स्थल के 8 किमी के रेडियस में जो भी हेलीकाप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई।
-यही कारण है कि पीएम मोदी के लिए डिंडोरी जिले में अमरकंटक से 8 किमी की दूरी पर हेलीपेड बनाया गया है। ये हेलीपेड खुरखुरी दादर में बन रहा है।
ये नेता गवां चुके हैं कुर्सी
-पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1982 में हेलीकाप्टर से अमरकंटक आई थीं। उसके बाद उनकी 1984 में हत्या हो गई।
-पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत, राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमरकंटक हेलीकाप्टर से आए लेकिन उसके बाद उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी।
-एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस से पहले हेलीकाप्टर से अमरकंटक आए थे लेकिन उसके बाद उन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी।
-एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए हेलीकाप्टर से अमरकंटक आए थे लेकिन उसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनानी पड़ी।
-एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सीएम रहते हुए 2004 में हेलीकाप्टर से आई थीं। उसके बाद इन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके बाद जब भी उमा अमरकंटक गईं तो सड़क मार्ग से।
-पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत, राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमरकंटक हेलीकाप्टर से आए लेकिन उसके बाद उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी।
-एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस से पहले हेलीकाप्टर से अमरकंटक आए थे लेकिन उसके बाद उन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी।
-एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए हेलीकाप्टर से अमरकंटक आए थे लेकिन उसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनानी पड़ी।
-एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सीएम रहते हुए 2004 में हेलीकाप्टर से आई थीं। उसके बाद इन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके बाद जब भी उमा अमरकंटक गईं तो सड़क मार्ग से।
यहीं पर हेलीपेड बनाया गया था, बाद में उनकी हत्या हो गई
-नमामि देवी नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर प्रधानमंत्री मोदी की 15 मई को मध्यप्रदेश दौरा प्रस्तावित है। मोदी का अनूपपुर में सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
-इसको लेकर मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह, पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला सहित अन्य आला अफसर अनूपपुर पहुंचे थे।
-यहां बताया गया था कि अमरकंटक में सर्किट हाउस के पीछे मोदी के लिए हेलीपेड नहीं बनाया जाए तथा न ही उनकी यहां सभा कराई जाए।
-ऐसी धारणा है कि वर्ष 1982 में इंदिरा गांधी के लिये यहीं पर हेलीपेड बनाया गया था, बाद में उनकी हत्या हो गई।
तीनों हेलीपेड का इस्तेमाल बंद
-अमरकंटक में सर्किट हाउस के पास पहले तीन हेलीपेड बने थे लेकिन अब वह समाप्त हो गए हैं।
-अमरकंटक में सर्किट हाउस के पास पहले तीन हेलीपेड बने थे लेकिन अब वह समाप्त हो गए हैं।
-अंतिम बार यहां एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का हेलीकाप्टर 2004 में उतरा था। लेकिन उसके बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
-उसके बाद तीनों हेलीपेड का इस्तेमाल बंद हो गया।
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