सोमवार को फिर हो सकता है साइबर अटैक, बैंक-एयरपोर्ट्स को अलर्ट रहने की सलाह
भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में शुक्रवार को हुए साइबर अटैक के बाद फिर से हमला होने की आशंका जताई जा रही है। रविवार को एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने चेतावनी दी है कि सोमवार को फिर एक साइबर अटैक हो सकता है। इस बार इसे रोक पाना काफी मुश्किल होगा। रिसर्चर ने इससे निपटने के लिए तैयार रहने की हिदायत दी है। इसी बीच, दुनियाभर के बैंक, एयरपोर्ट्स, टेलिकॉम नेटवर्क्स और स्टॉक मार्केट्स को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। उन्हें हिदायत दी गई है कि वे ऐसे हमलों से बचने के लिए खुद को तैयार रखें। इससे बचने को हर संभव कदम उठाया जाए।
मलवेयर टेक ने दी चेतावनी
ब्रिटेन के सिक्योरिटी रिसर्चर ‘मलवेयर टेक’ ने कहा कि शुक्रवार को हुए रैंसमवेयर साइबर हमले के बाद सोमवार को फिर एक और हमला हो सकता है। मलवेयर अटैक ने ही रैनसमवायर को रोकने में मदद की थी। यह वायरस 100 से भी ज्यादा देशों के 125 हजार कंप्यूटर में घुस गया था। इसमें आंध्र प्रदेश पुलिस के भी कुछ कंप्यूटर शामिल थे।
ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है अगला हमला
मलवेयर टेक ने कहा कि हमने रैनसमवायर को रोकने में कामयाबी तो पा ली है, लेकिन वे चुप बैठने वाले नहीं हैं और फिर से हमला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह ज्यादा ताकतवर और खतरनाक हो सकता है और इसे रोकना हमारे बस में नहीं होगा। यह हमला अगर रविवार को नहीं किया गया, तो सोमवार को हो सकता है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने चेताया कि हैकर्स उस किल स्विच को हटा सकते हैं, जिसके जरिए उन्होंने इस साइबर हमले को रोका था। जांचकर्ता लगातार उन लोगों की खोज में जुटे हुए हैं, जिन्होंने इस साइबर हमले को अंजाम दिया।
आरबीआई और एनीपीसीआई अलर्ट
शुक्रवार की इस घटना के बाद भारत सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई), स्टॉक मार्केट और एनपीसीआई को अलर्ट कर दिया है। सरकार की साइबर सिक्युरिटी आर्म ने इस संबंध में इन एजेंसियों को ‘डूज एंड डोंट्स’ जारी किए हैं और डाटा लीक जैसी कोई घटना रोकने के लिए पर्याप्त उपाय करने की सलाह दी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकार ने हालात से निपटने के हर संभव व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, ‘इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) के सामने साइबर अटैक की कोई बड़ा मामला नहीं आया है।’
साइबर हमले का ये रहा असर
अनजान लोगों की ओर से किए गए इस हमले में सैकड़ों देशों के कम्प्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया। यह खास तरह का रैनसमवायर साइबर अटैक है, जिसने बिटकॉइन में फिरौती की मांग की है। इसके चलते ब्रिटेन समेत कई देशों की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गईं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला दुनिया भर के खास संगठनों पर हुआ।
ये देश भी अटैक की चपेट में, सबसे ज्यादा रूस प्रभावित
- रिपोर्ट के मुताबिक, जिन अन्य देशों में यह खास साइबर हमला हुआ उसमें ब्रिटेन के अलावा अमरीका, चीन, रूस, स्पेन, इटली, वियतनाम और कई अन्य देश भी शामिल हैं।
- इन सभी देशो में रैनसमवायर ने एक साथ हमला किया। कुछ समाचार एजेंसियों के मुताबिक, इस अटैक की चपेट में सबसे ज्यादा रूस के कम्प्यूटर आए हैं।
- रूस की होम मिनिस्ट्री ने भी इस हमले की पुष्टि की है। ब्रिटेन के अलावा स्पेन में काम करने वाली बुहत सी कंपनियां इस साइबर अटैक की चपेट में आई हैं।
क्या होता है रैनसमवायर
- रैनसमवायर एक कंप्यूटर वायरस है जो कम्प्यूटर्स फाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है।
- धमकी दी जाती है कि अगर अपनी फाइलों को बचाना है तो फीस चुकानी होगी।
- यह वायरस कंप्यूटर में मौजूद फ़ाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही डिक्रिप्ट किया जा सकता है।
- इसमें फिरौती चुकाने के लिए समयसीमा निर्धारित की जाती है और अगर समय पर पैसा नहीं चुकाया जाता है तो फिरौती की रकम बढ़ जाती है।
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