मुंबई एयरपोर्टः हर 65 सेकंड में लैंड होती है एक फ्लाइट , लंदन, सिंगापुर छूटे पीछे
सिर्फ एक रनवे से चलने के कारण मुंबई एयरपोर्ट दुनिया का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट बन गया है। यहां हर 65 सेकंड में एक फ्लाइट लैंड होती है। छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टर्मिनल-2 देश का सबसे बड़ा टर्मिनल और पहला चार मंजिला वर्टिकल टर्मिनल है। लंदन के हीथ्रो और सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट को भी इसने क्षेत्रफल और सुविधाओं के मामले में पीछे छोड़ दिया है। यहां हर 65 सेकंड पर एक प्लेन ....
- पिछले फाइनेंसियल इयर में यहां से रोजाना उड़ान भरने और लैंडिंग करने वाले फ्लाइट की संख्या 837 थी। यानी हर 65 सेकंड पर एक विमान। कई दिन ऐसे भी रहे जब फ्लाइट की संख्या 900 को पार कर गई थी।
- लंदन का गैटविक एयरपोर्ट 757 फ्लाइट के साथ दूसरे स्थान पर है। गैटविक एयरपोर्ट कई साल से पहले स्थान पर था। - यात्रियों की संख्या के लिहाज से भी मुंबई ने गैटविक को पीछे छोड़ दिया है। बीते साल मुंबई से 4.52 करोड़ लोगों ने उड़ान भरी या यहां उतरे जबकि गैटविक से सिर्फ 4.4 करोड़ ने।
- यहां गौर करने वाली बात यह है कि मुंबई के अलावा दुनिया में और कोई बड़ा शहर नहीं है जहां सिर्फ एक एयरपोर्ट हो और वह भी एक रनवे के साथ।
- नवी मुंबई में एक एयरपोर्ट अभी प्रस्तावित है। न्यूयॉर्क, लंदन, दुबई, सिंगापुर जैसे शहरों में कई एयरपोर्ट हैं।
- लंदन का गैटविक एयरपोर्ट 757 फ्लाइट के साथ दूसरे स्थान पर है। गैटविक एयरपोर्ट कई साल से पहले स्थान पर था। - यात्रियों की संख्या के लिहाज से भी मुंबई ने गैटविक को पीछे छोड़ दिया है। बीते साल मुंबई से 4.52 करोड़ लोगों ने उड़ान भरी या यहां उतरे जबकि गैटविक से सिर्फ 4.4 करोड़ ने।
- यहां गौर करने वाली बात यह है कि मुंबई के अलावा दुनिया में और कोई बड़ा शहर नहीं है जहां सिर्फ एक एयरपोर्ट हो और वह भी एक रनवे के साथ।
- नवी मुंबई में एक एयरपोर्ट अभी प्रस्तावित है। न्यूयॉर्क, लंदन, दुबई, सिंगापुर जैसे शहरों में कई एयरपोर्ट हैं।
क्या है इस एयरपोर्ट में खास
- इसकी छत 42 मीटर ऊंची है, जिसे बनाने में 20 हजार टन स्टील लगा है। टर्मिनल में 192 चेक प्वाॅइंट, 60 इमीग्रेशन काउंटर और 135 एग्जिट प्वाॅइंट है।
- इसके कैंपस में 5 हजार कारों के लिए मल्टीपल पार्किंग की सुविधा है। यहां व्यस्ततम समय में भी हर घंटे 42 विमान आ-जा सकते हैं।
- यह दिल्ली के मशहूर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली टर्मिनल-3 से भी काफी बेहतर है।
- इसकी क्षमता सालाना चार करोड़ यात्रियों को सुविधाएं देने की है। इसे जीवीके ग्रुप ने तैयार किया है।
- इसकी छत 42 मीटर ऊंची है, जिसे बनाने में 20 हजार टन स्टील लगा है। टर्मिनल में 192 चेक प्वाॅइंट, 60 इमीग्रेशन काउंटर और 135 एग्जिट प्वाॅइंट है।
- इसके कैंपस में 5 हजार कारों के लिए मल्टीपल पार्किंग की सुविधा है। यहां व्यस्ततम समय में भी हर घंटे 42 विमान आ-जा सकते हैं।
- यह दिल्ली के मशहूर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली टर्मिनल-3 से भी काफी बेहतर है।
- इसकी क्षमता सालाना चार करोड़ यात्रियों को सुविधाएं देने की है। इसे जीवीके ग्रुप ने तैयार किया है।
100 विमान हो सकते हैं पार्क
- इस टर्मिनल पर सालाना 4 करोड़ यात्रियों की क्षमता है और यहां 100 विमान पार्क हो सकते हैं।
- साथ ही 10 हजार यात्री पीक आवर्स में चेक इन व चेक आउट कर सकते हैं। यह टर्मिनल 4.39 लाख वर्ग मीटर में फैला है।
- जबकि लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट 3.53 लाख वर्ग मीटर और सिंगापुर का चांगी एयरपोर्ट 3.80 लाख वर्ग मीटर में बना है।
- साथ ही 10 हजार यात्री पीक आवर्स में चेक इन व चेक आउट कर सकते हैं। यह टर्मिनल 4.39 लाख वर्ग मीटर में फैला है।
- जबकि लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट 3.53 लाख वर्ग मीटर और सिंगापुर का चांगी एयरपोर्ट 3.80 लाख वर्ग मीटर में बना है।
होटलों की सुविधा भी
- यहां 16 लाउंज, 11 हजार सीट्स व 10 लगेज ट्रांसफर बेल्ट, 48 एस्केलेटर्स, 73 लिफ्ट, 25 लिंक ब्रिज और 52 बोर्डिंग ब्रिज हैं।
- साथ ही यहां एक डे होटल और एक ट्रांजिट होटल की भी सुविधा है।
- साथ ही यहां एक डे होटल और एक ट्रांजिट होटल की भी सुविधा है।
आर्ट गैलरी भी है मौजूद
एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगने वाले समय को बचाने के लिए 6 लेन एलिवेटेड रोड के जरिए वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे से टर्मिनल 2 को जोड़ा गया है।
- एक्स आकार में बने इस टर्मिनल में तीन किमी लंबी आर्ट गैलरी भी है। इसमें देश की कल्चर और आर्ट से जुड़ी सात हजार से ज्यादा पेंटिंग्स मौजूद हैं।
एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगने वाले समय को बचाने के लिए 6 लेन एलिवेटेड रोड के जरिए वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे से टर्मिनल 2 को जोड़ा गया है।
- एक्स आकार में बने इस टर्मिनल में तीन किमी लंबी आर्ट गैलरी भी है। इसमें देश की कल्चर और आर्ट से जुड़ी सात हजार से ज्यादा पेंटिंग्स मौजूद हैं।
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